सूंस एक जलचर स्तनधारी है और इसी की एक प्रजाति है वेक्विटा। यह उत्तरी कैलिफोर्निया की खाड़ी में पाई जाती है। कहते हैं कि इस प्रजाति के मात्र 60 सदस्य बचे हैं और यदि जल्दी कुछ नहीं किया गया तो देखते-देखते ये भी गायब हो जाएंगे।
वेक्विटा पर अस्तित्व का यह संकट इसलिए पैदा नहीं हुआ है कि इसका शिकार बहुत ज़्यादा होता है। वास्तव में एक मछली टोटोआबा के शिकार के चलते वेक्विटा पर खतरा मंडराने लगा है। वेक्विटा और टोटोआबा एक ही साइज़ के प्राणि हैं; जब टोटोआबा को पकड़ने के लिए जाल डाला जाता है तो वेक्विटा बेकार ही पकड़ी जाती है।
टोटोआबा का शिकार उसकी तैराकी थैली (स्विम ब्लैडर) के लिए किया जाता है। इस ब्लैडर को जलीय कोकैन कहते हैं और ऐसा माना जाता है कि इसके कुछ ज़बरदस्त चिकित्सकीय असर हैं। खास तौर से चीन में इसकी बहुत मांग है। चीन में एक-एक ब्लैडर दसियों हज़ार डॉलर में बिकता है। इसलिए टोटोआबा का शिकार करने में बहुत लाभ है। टोटोआबा के चक्कर में वेक्विटा विलुप्ति की कगार पर पहुंच गई है। यह बात पर्यावरण तहकीकात संस्था ने अपनी रिपोर्ट में उजागर की है।
स्विम ब्लैडर यानी तैराकी थैली कई मछलियों में पाई जाती है। मछलियां इसमें कम या ज़्यादा हवा भरकर पानी की अलग-अलग गहराइयों पर तैरती है। यह ब्लैडर उन्हें थोड़ी स्थिरता भी प्रदान करता है। ऐसा माना जाता है कि स्विम ब्लैडर से ही आगे चलकर फेफड़ों का विकास हुआ है।
संस्था का मत है कि पिछले कुछ वर्षों में टोटोआबा के स्विम ब्लैडर की मांग में कमी आई है और इसकी कीमतें भी गिरी हैं मगर व्यापारी इसका स्टॉक जमा करके रख रहे हैं ताकि भविष्य में मांग बढ़ने पर अच्छा मुनाफा कमा सकें। वैसे आज भी आधा किलो का ब्लैडर 51 हज़ार डॉलर में बिक रहा है। पर्यावरण तहकीकात संस्था के मुताबिक चीन में टोटोआबा के साथ वेक्विटो का विनाश कोई मुद्दा ही नहीं है। हालांकि वेक्विटा को अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने जोखिमग्रस्त प्रजातियों की सूची में रखा है मगर चीन में इसका अवैध व्यापार खुले आम चलता है।
वेक्विटा को बचाने का एक ही तरीका है कि चीन में टोटोआबा के स्विम ब्लैडर का चस्का खत्म किया जाए। उम्मीद की जा रही है कि जोखिमग्रस्त प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर संधि के तहत चीन पर दबाव बनाया जा सकेगा। एक दिक्कत यह भी है कि खरीदारों को बिलकुल भी अंदाज़ नहीं है कि टोटोआबा के स्विम ब्लैडर और वेक्विटा की आसन्न विलुप्ति के बीच कुछ सम्बंध है। (स्रोत फीचर्स)