पिछले वर्षों में अनुसंधान की बदौलत ऐसे पदार्थ विकसित किए गए हैं जो आकार बदलते हैं। ऐसे पदार्थों से आप ऐसी वस्तुएं बना सकते हैं जो समय--समय पर आकार बदलेंगी। इन्हें ‘मॉर्फिंग पदार्थ’ कहते हैं। अब तक इन पदार्थों से बनी वस्तुओं को आकार बदलने के लिए किसी बाहरी संकेत की ज़रूरत होती है। जैसे तापमान में परिवर्तन, अम्लीयता में परिवर्तन, प्रकाश में परिवर्तन वगैरह। अलबत्ता, ऐसे पदार्थ काफी उपयोगी साबित हुए हैं।
अब नॉर्थ कैरोलिना विश्वविद्यालय के सर्जाई शेको और उनके साथियों ने ऐसा ‘मॉर्फिंग पदार्थ’ विकसित करने में सफलता प्राप्त की है जो निर्धारित समय पर (यानी बगैर किसी बाहरी उद्दीपन के) आकार बदल लेता है। कहा जाए, तो इन पदार्थों में एक आंतरिक घड़ी उपस्थित है। ऐसे पदार्थों से बनी वस्तुओं का एक फायदा यह है कि ये अपने काम के हिसाब से आकार ग्रहण कर सकते हैं। खास तौर से शरीर के अंदर फिट करने के उपकरणों के लिहाज़ से ये बहुत उपयोगी साबित होंगे क्योंकि शरीर में फिट करने के बाद बाहर से कोई संकेत देना संभव नहीं होता।
ऐसे पदार्थ के निर्माण के लिए शेको के दल ने शुरुआत मुलायम पोलीमर्स से की। पोलीमर्स में कुछ रासायनिक बंधन तो स्थायी होते हैं। इनकी वजह से ये पदार्थ एक स्पिं्रग की तरह काम कर सकते हैं - इन्हें दबाकर छोड़ेंगे तो ये वापिस अपना मूल आकार ग्रहण कर लेंगे। जैसे रबर का टुकड़ा। मगर पोलीमर्स में अधिकांश बंधन आकार में स्थायी परिवर्तन के लिए ज़िम्मेदार होते हैं - ये समय के साथ टूटते हैं और नए सिरे से जुड़ जाते हैं। इस प्रक्रिया की रफ्तार को बदला जा सकता है। इसी गुण की बदौलत यह संभव हो पाता है कि एक निर्धारित समय में वह वस्तु अपना आकार बदल लेगी।
अपनी बात को प्रदर्शित करने के लिए शेको के दल ने एक डिब्बा बनाया जिसमें कोई तोहफा रखा था। यह डिब्बा एक पूर्व निर्धारित समय पर खुल जाता था। इस तरह के समयबद्ध ‘मॉर्फिंग पदार्थों’ का उपयोग चिकित्सा में बहुत कारगर हो सकता है। टीम ने इसी अवधारणा के प्रदर्शन के लिए प्लास्टिक का एक फूल भी तैयार किया है। इतनी जटिल बनावट तैयार करना मुश्किल था मगर असंभव नहीं। इस फूल को छोटे-छोटे टुकड़ों को जोड़कर बनाया गया है। इस फूल को रखा रहने दीजिए और समय आने पर यह खिल जाएगा। इसके लिए उन्होंने पूरी रचना के ऊपर एक पतली झिल्ली बना दी है जो पानी में घुलनशील है। इस झिल्ली की मोटाई से तय हो जाता है कि वह फूल कब अपना आकार बदलकर खिलना शुरु कर देगा। (स्रोत फीचर्स)
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Srote - November 2016
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