आपका वेबकैम आपके चहरे को पहचान सकता है, लेकिन अब पता चला है कि आपका कंप्यूटर कीबोर्ड बता सकता है कि आप स्त्री हैं या पुरुष। एक नए अध्ययन के अनुसार, कंप्यूटर मॉडल 95.6 प्रतिशत सटीकता के साथ यह अनुमान लगा सकता है कि जो व्यक्ति टाइप कर रहा है वह पुरुष है या महिला।
शोध करने के लिए कंप्यूटर इंजीनियरों ने 75 वालंटियर लिए: 36 पुरुष और 39 महिलाएं। इनके निजी कंप्यूटर पर एक सॉफ्टवेयर डाला गया: कीस्ट्रोक-लॉगिंग सॉफ्टवेयर, जिसने 10 महीनों तक रोज़ाना उनके कंप्यूटर उपयोग को मॉनीटर किया। इसके बाद शोधकर्ताओं ने एक विशेष कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार किया - ‘आईस्क्वीज़यू’। यह प्रोग्राम इस बात की गणना करता था कि टाइपिंग की विभिन्न विशेषताएं लिंगों के बीच भेद करने में कितनी सहायक हैं। जैसे दो कीस्ट्रोक्स के बीच का समय या किसी कुंजी को दबाकर रखने का समय। इस अध्ययन के दौरान कुछ टायपिंग विशेषताएं अन्य की तुलना में अधिक मददगार साबित हुर्इं। जैसे ‘N’ कुंजी और ‘O’ कुंजी को दबाने के बीच का औसत समय सबसे उपयोगी रहा, इसके बाद ‘M’ और ‘O’ कुंजियों को दबाने के बीच का औसत समय।
यह कंप्यूटर प्रोग्राम यह बता पाने में तो सक्षम नहीं है कि पुरुष और महिला में से कौन कीबोर्ड पर इन कुंजियों को जल्दी-जल्दी दबाता है या अधिक बार उपयोग करता है। अलबत्ता, प्रोग्राम यह बताता है कि इस मामले में स्त्री और पुरुष के बीच अंतर होते हैं।
इसके बाद शोधकर्ताओं ने पांच मशीन लर्निंग मॉडल्स की मदद से प्रोग्राम के निष्कर्षों का परीक्षण किया। ये एक तरह के कंप्यूटर प्रोग्राम होते हैं जो उपलब्ध सूचना से सीखकर मॉडल तैयार करते हैं। सभी पांच मॉडल 78 प्रतिशत से अधिक बार लिंग का सटीक अनुमान लगाने में सफल रहे। और सबसे सफल मॉडल 95 प्रतिशत बार लिंग का सही अनुमान लगा पाया। इस अध्ययन के परिणाम डिजिटल इन्वेस्टीगेशन नामक शोध पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं।
इंजीनियर्स की इस टीम का सुझाव है कि कीस्ट्रोक विविधता का उपयोग आपराधिक जांच (साइबर स्टॉकिंग या पहचान की चोरी) में अनजान कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं के लिंग की पहचान करने के लिए सस्ते और प्रभावी तरीके से किया जा सकता है। शोधकर्ता और अधिक वालंटियर्स के साथ अपने डैटा संग्रह को विस्तारित करने की योजना बना रहे हैं, और यह देखना चाह रहे हैं कि क्या व्यक्ति द्वारा दाएं या बाएं हाथ का उपयोग या शिक्षा का स्तर जैसे कारकों को विश्लेषण में शामिल करने से सटीकता बढ़ेगी। (स्रोत फीचर्स)