हम इंसानों की ज़िन्दगी की अपनी दिनचर्या होती है। सुबह उठना, स्कूल या ऑफिस जाना ये सब उसी का हिस्सा है। हमारे खाने-पीने, खेलने का भी वक्त मुकर्रर होता है। लेकिन क्या बच्चे भी हमारी दिनचर्या के अनुसार जन्म लेते हैं?
गर्भावस्था के 9वें महीने में बच्चा कभी भी किसी भी वक्त पैदा हो सकता है। इसके लिए ठीक समय नहीं कहा जा सकता। लेकिन यूएस में प्रसूति के आंकड़ों से लगता है कि ज़्यादातर बच्चे सुबह 8-9 बजे के बीच जन्म लेते हैं। ऐसा क्यों होता है?
हालांकि पिछले साल सितंबर माह में जनवरी माह से 5-10 प्रतिशत ज़्यादा डिलेवरी हुई थी। शनिवार की तुलना में मंगलवार को ज़्यादा बच्चे पैदा हुए। 60 प्रतिशत बच्चे सुबह 6 से शाम 6 बजे के बीच किसी भी समय पैदा हुए थे। रात 3 बजकर 9 मिनट पर सबसे कम तथा सुबह 8 बजे सबसे अधिक बच्चे पैदा हुए। और तो और, रात 3 बजकर 9 मिनट की अपेक्षा सुबह 8 बजे साढ़े तीन गुना ज़्यादा बच्चे पैदा हुए। ऐसा क्यों है कि सुबह 8 बजे इतने सारे बच्चे अचानक पैदा होते हैं।
यूएस में 32 प्रतिशत प्रसूतियां सी-सेक्शन से होती हैं, 18 प्रतिशत प्रसव प्रेरित करके और 50 प्रतिशत प्राकृतिक तरीके अर्थात योनि मार्ग से होती है। यदि आंकड़ों को डिलेवरी के तरीकों के अनुसार विभाजित करके देखा जाए, तो हरेक का अपना-अपना पैटर्न होता है।
सामान्य प्रसव से पैदा होने वाले 50 प्रतिशत बच्चों में रात की बजाय सुबह 6.45 से शाम 6 बजे के बीच प्रति मिनट 20-30 प्रतिशत से ज़्यादा बच्चे पैदा हुए।
प्रेरित-प्रसव में भी दो तरह के पैटर्न दिखाई देते हैं। इसमें ज़्यादातर बच्चों के जन्म के व्यस्ततम समय की अवधि कम होती है (1 से शाम 6 बजे के बीच) और इस अवधि में सुबह 6-7 की न्यूनतम प्रसव अवधि की अपेक्षा प्रति मिनट 220 प्रतिशत ज़्यादा प्रसव होते हैं।
सी-सेक्शन से पैदा हुए बच्चों में अधिकतर सुबह के व्यस्त समय में पैदा होते हैं। दोपहर के समय में थोड़ी वृद्धि होती है और शाम और रात में सबसे कम बच्चे पैदा होते हैं।
इन तीन तरह के पैटर्न से यह समझ आता है कि बच्चे के जन्म लेने और समय का सम्बंध इस बात पर निर्भर करता है कि उसका जन्म किस प्रक्रिया से हुआ है। जहां प्राकृतिक प्रसव तो अपने समय से होते हैं, वहीं ऐसा लगता है सी-सेक्शन से प्रसव हॉस्पिटल के स्टॉफ की सुविधा देखकर करवाए जाते हैं। (स्रोत फीचर्स)