Sandarbh - Issue 70 (July-August 2010)
- The First Thrill Of Research by P. C. Vaidya Translated from Gujarati by Rajesh Khindri [Hindi PDF, 781 kB]
शोध का प्रथम रोमांच - उस समय जब देश आजाद भी न हुआ था, शोध करना वो भी गणित में, आसान बात न थी। उस समय जब एक ओर भारत में आजादी की लड़ाई चल रही थी और दुनिया द्वितीय विश्वयुद्ध से गुज़र रही थी। पी. सी. ने किन परिश्थितियों में अपनी सूझ-बूझ और लगन से अपना शोध जारी रखा इसका बहुत ही इमानदार विवरण दिया है अपने इस लेख में।Read article... - Cloud Illusions by Karen Haydock Translated by Amit
[Hindi PDF, 689 kB] [English PDF, 491 kB]
मेघ मरीचिका - जब हम चित्र बनाते हैं तो क्या हम वही चित्रित करते हैं जो हम देखते हैं या हम वह चित्रित करते हैं जो हम जानते हैं? और देखे बिना हम ‘जानते’ कैसे हैं? लेखिका ने अपनी कक्षा में बच्चों से बादल को कागज पर चित्रित करने को कहा और फिर उस पर बातचीत की। देखिए, बादल पर बच्चों की बदलती मान्यताएँ।Read article... - Kanavu – Where Learning Happens by Alex M. George Translated by K. B. Singh
[Hindi PDF, 438 kB][English PDF, 25 kB]
सीखने की जगह: कनव - जो लोग स्कूल को पढ़ने, लिखने और तार्किकता की क्षमता प्रदान करने वाले स्थान की तरह देखते हैं, उनके लिए ‘कनव्’ में सीखने की प्रक्रिया का संक्षिप्त विवरण सहायक होगा। कुछ इसे मुख्यधारा शिक्षा व्यवस्था आलोचक घरेलू शिक्षा व्यवस्था के हिस्से की तरह देखते हैं। संस्था के तौर पर उन्होंने शिक्षा दर्शन को विमुक्तिकारी सिद्धान्त की तरह स्वीकार किया है। यहाँ पाठ्यक्रम तथा पाठ्येत्तर ज्ञान में विभाजन नहीं किया जाता क्योंकि जीवन कौशल भी सीखने की प्रक्रिया का एक हिस्सा ही तो है।Read article... - Process Of Science by David Gerner Martin Translated by Rama Chari [Hindi PDF, 613 kB]
विज्ञान की प्रक्रियाएँ - बच्चों के लिए विज्ञान करने का तरीका सीखना अधिक लाभकर है बनिस्बत इसके कि वे दूसरों के द्वारा निकाले या बताए तथ्य, व्यापकीकरण, धारणाएँ, सिद्धान्त और नियम सीखें। अर्थात् बच्चों के लिए विज्ञान के बारे में जानने से बेहतर है कि वे विज्ञान करें। लेकिन विज्ञान करने का अर्थ क्या है? बच्चे ‘विज्ञान करने’ के लिए दरअसल, करेंगे क्या?Read article... - The Story Of A Riddle by Mahesh Basedia. [Hindi PDF, 951 kB]
किस्सा एक पहेली का - हमारे ग्रामीण इलाकों में गणित की पहेलियों को लेकर काफी रुचि होती है और इससे भी बड़ी बात है कि वे औपचारिक बीज-गणित या रेखागणित के सूत्रों का उपयोग किए बिना हल निकालने का जज़्बा रखते हैं। ऐसी ही एक पहेली और उसके हल तक पहुँचने का वाकया बताता लेख।Read article... - The Eyes Have Always Been Surrounded By Disputes by Sushil Joshi From Srote [Hindi PDF, 272 kB]
आँखें विवादों में घिरी रही हैं - ‘सृष्टिवादी’ कहते रहे हैं कि आँख जैसी जटिल रचना को देखकर यह असम्भव लगता है कि इसका निर्माण या विकास बेतरतीब उत्परिवर्तनों के ज़रिए हुआ होगा। एक मायने में वे कहते हैं कि आँखें ‘सृष्टा’ की उपस्थिति का प्रमाण हैं। मगर जैव विकास का अध्ययन करने वाले बताते हैं कि दरअसल, स्तनधारियों की आँखों में अन्ध बिन्दु की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि यह अंग मूलत: बेतरतीब जुगाड़ का परिणाम है।Read article... - Magical July, Charming Butterfly by Kishore Powar [Hindi PDF, 675 kB]
जुलाई का जादू: तितली उड़ी - तितली के जीवन की शुरुआत लगभग एक मिली मीटर लम्बे अण्डे से होती है। तितली के अण्डे बड़ी मुश्किल से देखने का मिलते हैं। अण्डों से निकलती है इल्ली और फिर बनता है प्यूपा एवं अन्त में तितली निकल कर उड़ जाती है। चारों अवस्थाओं का रूप-रंग, खाने का तरीका सब अलग। यह लेख है तितली की एक नई प्रजाति के बारे में।Read article... - Kajri Gaye Review of the series by Kamlesh Chandra Joshi [Hindi PDF, 1.88 MB]
कजरी गाय के बहाने (पुस्तक समीक्षा) - नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली से ‘कजरी गाय झूले पर’ नामक एक स्वीडिश किताब का हिन्दी अनुवाद छपकर आया है। उसके चित्रों और कहानी ने मन को कहीं बहुत गहरे से छुआ है। पुस्तक, गाय को एक भारतीय लड़की के रूप में देखती है और उस पर अपने अर्थ बनाए हैं। वह नया सोचना चाहती है। स्कूल जाना चाहती है। वह साइकिल चलाना चाहती है। झूला झूलना चाहती है।Read article... - Teaching About Planet Earth by Mukesh Malviya [Hindi PDF, 499 kB]
पृथ्वी ग्रह का शिक्षण - स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चे अपने साथ बहुत-सा ज्ञान लेकर आते हैं और बच्चे का यह पूर्वज्ञान किताबों में दी गई नई जानकारियों को समझने और उन्हें अपनी क्षमता अनुरूप ग्रहण करने में काफी मदद कर सकता है। माध्यमिक कक्षाओं में एक अध्याय होता है जिसमें बच्चों को पृथ्वी से सम्बन्धित तमाम जानकारियाँ पढ़ाई जाती हैं पर अक्सर इनमें से कई जानकारिया उनके अनुभव से मेल नहीं खातीं। इससे आने वाली समस्याएँ और उससे पार पाने क्या तरीका अपनाते हैं लेखक।Read article... - Textbook by Nuaiman Translated by Bharat Tripathi [Hindi PDF, 283 kB]
पाठ्य-पुस्तक - एक दुनिया जो सहीर को बहुत पसन्द थी, वह थी दादी की कहानियों और गीत-गाथाओं की दुनिया। उनके पास इतनी अलग आवाज़ और लय-ताल की बहुत सुन्दर समझ थी। सहीर ने बहुत-सा इतिहास इन गीतों और किंवदन्तियों से सीखा तथा इन कहानियों से सीखा जो उसकी पाठ्यपुस्तकों या फिर बालारमा और पूमपाट्टा में नहीं होती थीं। कहानियों की दुनिया और पाठ्य-पुस्तक की दुनिया को करीब से देखती कहानी।Read article... - Seven Days With The Praying Mantis by Neeraj Jain Translated by Parul Soni
[Hindi PDF, 131 kB] [English PDF, 13 kB]
प्रेइंग मेंटिस के साथ सात दिन - लेखक ने जब लम्बेे, पतले-से, भूरे रंग के कीड़े को अपने इंस्टीट्यूट के कमरे में देखा तो उत्सुकता-वश उस कीड़े को पकड़ा और उसे एक डिब्बे में रखकर घर ले आए। घर पर उसे एक खाली पड़े मछली के छोटे-से टैंक में रख दिया। आइए जाने फिर क्या हुआ।Read article...