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Sandarbh - Issue 72 (November-December 2010)
- बनते-सँवरते विचारों के वैज्ञानिक
- ‘जीवन का ताना-बाना’एक विज्ञान नाटिका
- क्या आप हवा को देख सकते हैं
- प्राथमिक कक्षाएँ एवं संवाद
- 3 पहेलियाँ
- अनन्त संख्याओं की गिनती कैसे करें?
- “मनुष्य और नागरिक के अधिकारों का घोषणापत्र”पर एक नज़र
- बच्चों को बताना बन्द करें...
- डिफरेंट टेल्स
- अनारको सपनों के अस्पताल में
- Index-अंक 67-72
- शहद की खोज आपसी सहयोग से
Sandarbh - Issue 72 (November-December 2010)
- A Scientist With Dynamic Ideas – Weismann by Sushil Joshi[Hindi PDF, 199 kB]
बनते-सँवरते विचारों के वैज्ञानिक : वाइसमैन - वाइसमैन को डार्विन के बाद दूसरा सबसे उल्लेखनीय जैव विकास सिद्धान्तविद कहा जाता है। दरअसल, वाइसमैन वे पहले जीव वैज्ञानिक थे जिन्होंने डार्विन के जैव विकास सिद्धान्त का उपयोग विभिन्न जीव वैज्ञानिक परिघटनाओं की व्याख्या हेतु किया था। साथ ही, यह भी उल्लेखनीय है कि वाइसमैन ने डार्विन के कई विचारों को ज़बर्दस्त चुनौती भी दी थी। जैव विकास की बहस में वाइसमैन का योगदान निहायत निर्णायक माना जा सकता है। आइए जाने वाइसमैन का योगदान।Read article... - Web Of Life by Pramod Maithil Preliminary translation by Naseem Akhtar
[Hindi PDF, 184 kB]
जीवन का ताना बाना (एक विज्ञान नाटिका) - विज्ञान नाटिका का नाम सुनते ही हमारे ज़्हन में आता है कि यह अमूमन या तो किसी वैज्ञानिक की जीवनी होगी या फिर उसकी उपलब्धियाँ। पर जिस नाटिका का ज़िक्र यहाँ हम करने जा रहे हैं वह एक वैज्ञानिक अवधारणा प्रस्तुत करती है। सहयाद्री स्कूल में रहते हुए लेखक ने इस विज्ञान नाटिका का प्रयास किया था।Read article... - Can You See Air? by Andal Narayanan, Joseph Samuel and Supurna Sinha Preliminary translation by Malvika Upadhyay[Hindi PDF, 196 kB]
क्या आप हवा को देख सकते हैं? - इस सवाल पर कि क्या आप हवा को देख सकते हैं? अक्सर हमारी त्वरित प्रतिक्रिया होती है कि “नहीं, क्योंकि हवा तो पारदर्शी है।” ऐसा लगता है कि इस जवाब से मामला सुलझ गया। परन्तु ऐसा है नहीं। इस सवाल का जवाब देने की बाजाय अगर हम थोड़ी खोज-बीन जारी रखें तो हमें कहीं ज़्यादा सीखने-समझने को मिलेगा।Read article... - Communication In Primary School Classrooms by Jitender Kumar[Hindi PDF, 619 kB][English PDF, 78 kB]
प्राथमिक कक्षाएँ एवं संवाद - कई बार हम कक्षा में संवाद का इस्तेमाल करते तो हैं परन्तु सिर्फ उस विषय विशेष के सन्दर्भ में जिस पर चर्चा हो रही हो। हम अक्सर ही संवाद को विषय-केन्द्रित करके ही उसका उपयोग करते हैं। पर क्या संवाद एक स्वतंत्र घटक नहीं हो सकता? यह लेख संवाद के इस रूप की ही चर्चा करता है जो विषय-केन्द्रित न होकर निजी अनुभवों पर केन्द्रित हो पर कक्षा के भीतर चल रहा हो।Read article... - Three Puzzles from Martin Gardner Compiled by Philip Yam Translated by Ambrish Soni
[Hindi PDF, 49 kB][English PDF, 115 kB]
मार्टिन गार्डनर की तीन पहेलियाँ - जो लोग मार्टिन गार्ड के काम से वाकिफ नहीं उनके लिए प्रस्तुत हैं कुछ पहेलियाँ। गार्डनर अपने इस हुनर के लिए दुनिया भर में जाने जाते थे।Read article... - How To Calculate Infinite Numbers by George Gamow Translated by Rakesh Popali[Hindi PDF, 447kB]
अनन्त संख्याओं की गिनती कैसे करें? - कुछ संख्याएँ सचमुच अनन्त भी हैं, यानी इतनी बड़ी हैं कि इन्हें लिखना सम्भव नहीं है, चाहे कितना ही समय लगाया जाए। अब जैसे, ‘किसी रेखा पर आने वाले ज्यामितीय बिन्दुओं की संख्या’ अनन्त है। क्या ऐसी सभी अनन्त संख्याएँ बस एक-सी अनन्त होती हैं या इनमें कोई भेद भी है? उदाहरण के लिए, क्या यह सम्भव है कि दो अलग-अलग अनन्तों की तुलना करके देखा जाए कि कौन ‘अधिक’ बड़ी है? हम बड़ी बनाम छोटी अनन्तों की बात करना चाहते हैं। पर समस्या यह है कि उन संख्याओं की तुलना कैसे करें जिन्हें हम न कोई अलग-अलग नाम दे सकते हैं और न लिख सकते हैं?Read article... - The Declaration Of Rights Of Men And Citizens by C. N. Subramaniam[Hindi PDF, 350kB]
“मनुष्य और नागरिक के घोषणापत्र” पर एक नज़र -यह घोषणापत्र विश्व इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों में से एक है। इसे फ्रांस की क्रान्तिकारी राष्ट्रीय संविधान सभा ने 26 अगस्त 1789 में पारित किया था और वहाँ के राजा लूई (सत्रह) को इसे मजबूरन स्वीकार करना पड़ा। एक तरह से यह घोषणापत्र आधुनिक राज्यों का सैद्धान्तिक आधार बन गया। व्यक्ति व नागरिकों की स्वतंत्रता, लोकतांत्रिक शासन, कानून की सत्ता, कानून का दायरा...ये सब इसी घोषणापत्र के सिद्धान्तों पर आधारित हैं। इसका महत्व हमें तब समझ में आएगा जब हम इससे पहले प्रचलित व्यवस्था पर कुछ नज़र डालेंगे।Read article... - Stop Telling Children... An interview with Jujja Wieslander by Kamlesh Chandra Joshi[Hindi PDF, 225kB]
बच्चों को बताना बन्द करें ... साक्षात्कार -- विगत अक्टूबर माह में ममा मू या कजरी गाय श्रृँखला की पुस्तकों की स्वीडिस लेखिका यूया विस्लैंडर भारत प्रवास के दौरान उत्तराखण्ड में थीं। उनकी इन किताबों का दुनिया की 34 भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। कमलेश चन्द्र जोशी ने यूया विस्लैंडर से बाल साहित्य व उनकी लेखन प्रक्रिया के बारे में बातचीत की। यहाँ उसका सम्पादित अंश प्रस्तुत किया जा रहा है।Read article... - Various Tales Reviews by Shobha Sinha Translated by Bharat Tripathi[Hindi PDF, 491kB]
डिफरेंट टेल्स (पुस्तक समीक्षा) - डिफरेंट टेल्स आठ किताबों की एक सीरीज़ है जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं की कहानियाँ हैं। ये कहानियाँ उन जनसमूहों के जीवन-अनुभवों का वर्णन करती हैं जो आम तौर पर भारतीय बाल साहित्य से नदारद रहते हैं। यह असाधारण प्रयास भारतीय बाल साहित्य में कई ऐसे क्षेत्रों को छूता है जिन पर तुरन्त ही ध्यान दिए जाने की ज़रूरत है।Read article... - Anarko In The Hospital Of Dreams by Satyu[Hindi PDF, 223kB]
अनारको सपनों के अस्पताल में - पहली बार जब अनारको ने भूरे रंग के उस जंगली खरगोश को देखा था तो बस पल भर के लिए देखा था।
आँखें बन्द करके ‘प’ बोलो फिर ‘ल’ बोलो फिर आँखें खोल लो - बस उतना ही भर देखा था। ऐसे देखा था जैसे अचानक कोई बिसरी हुई खुशबू याद आती है, जैसे कोहरे में चेहरे दिखते हैं, जैसे आँख के किनारे से परछाई पार हो जाती है। आगे पढ़िए अनारको की कहानी में।Read article... - Index Of Issues 67-72 Read article [Hindi PDF, 73kB]
- Helping Each Other In The Search For Honey by D. N. Mishraraj[Hindi PDF, 322kB]
शहद की खोज आपसी सहयोग से - प्रकृति में, बिना पालतू बने, मानव और दूसरे प्राणियों के बीच वास्तविक एवं स्वाभाविक आपसी सहयोग अनजाना ही है। परन्तु इसका एक अपवाद पूर्वी अफ्रीका में केन्या के घने जंगलों में देखने को मिला है। वहाँ पाए जाने वाले पक्षी ‘हनी गाइड’ यानी शहद खोज में सहायक और ‘बोरन’ जनजाति के लोगों के बीच अनोखा सह-अस्तित्व है।Read article...