लगातार बहुत ज़्यादा रोशनी आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। कम से कम चूहों पर किए गए प्रयोगों से तो यही लगता है। करंट बायोलॉजी में नेदरलैण्ड के लीडन विश्वविद्यालय चिकित्सा केंद्र के जोहाना मैयर और उनके साथियों द्वारा प्रकाशित शोध पत्र में बताया गया है कि चूहों को जब लगातार 6 माह तक प्रकाश में रखा गया तो उनकी शक्ति में कमी आई और उनकी हड्डियों का वज़न भी कम हो गया। इसके अलावा उनमें सूजन भी ज़्यादा देखी गई।
प्रयोग में 134 चूहे लिए गए थे और उन्हें पूरे छ: माह तक रोशनी में रखा गया। जब इस अवधि के बाद जांच की गई तो पता चला कि तुलना के लिए रखे गए सामान्य चूहों की अपेक्षा इनमें आधी ही ताकत बची थी। इस बात की जांच के लिए यह देखा गया था कि वे कितनी ताकत से एक छड़ को पकड़ सकते हैं।
प्रयोग में शामिल चूहों की हड्डियों के आयतन में लगभग 30 प्रतिशत की कमी आई और वे करीब 10 प्रतिशत पतली हो गईं। यह स्थिति अस्थिछिद्रता नामक रोग का शुरुआती लक्षण है। शरीर में ऐसी सूजन भी ज़्यादा देखी गई जो आम तौर पर तनाव या किसी संक्रमण के कारण पैदा होती है।
शोधकर्ताओं का विचार है कि यह हालत इस वजह से हुई है कि इन चूहों की आंतरिक शारीरिक घड़ी गड़बड़ा गई। आम तौर पर मस्तिष्क में समयपाल तंत्रिकाएं दिन व रात के समय अलग-अलग संकेत देती हैं। इन चूहों में संकेतों की तीव्रता में यह अंतर 70 प्रतिशत तक कम हो गया था।
यह अध्ययन पूर्व के अन्य अवलोकनों की पुष्टि करता है कि देर तक रोशनी से संपर्क मनुष्यों की सेहत को प्रभावित करता है। जैसे यह देखा गया है कि जिन महिलाओं को लगातार देर तक रोशनी में रहना पड़ता है, उनमें हड्डियां टूटने की संभावना ज़्यादा होती है। इसका सम्बंध कैंसर तथा अन्य रोगों से भी देखा गया है।
शिफ्ट में काम करने वाले लोगों पर किए गए अध्ययन भी दर्शाते हैं कि ज़्यादा समय तक रोशनी में काम करने से कामगारों की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ता है।
अध्ययन में एक बात यह पता चली है कि यदि अंधेरे-उजाले का क्रम ठीक कर दिया जाए, तो उक्त असर जल्दी ही दुरुस्त हो जाते हैं। मगर फिर भी शोधकर्ताओं को लगता है कि कई मामलों में सावधानी तो बरती ही जा सकती है। जैसे अस्पतालों में, खास तौर से आई.सी.यू. में लगातार रोशनी रहती है या नवजात शिशुओं को कई बार सघन चिकित्सा इकाई में रखा जाता है जहां लगातार रोशनी की स्थिति रहती है। इन परिस्थितियों में बीच-बीच में अंधकार की अवधियां शामिल करने से फायदा होगा। (स्रोत फीचर्स)