Sandarbh - Issue 125 (Nov-Dec 2019)
Table of Contents
- Comments on Articles by Aamod Karkhanis and Kalu Ram Sharma [Hindi, PDF, 75 kB]
- ‘Us’ and ‘Them’ - Part 4 by Charudatta Navare. Translated by Kokil Choudhary [Hindi, PDF, 620 kB]
‘हम’ और ‘वो सब’: भाग-4 - चारुदत्त नवरे - यह एक गैरकाल्पनिक हास्य पुस्तक है। यह मानव शरीर में रहने वाले समस्त सूक्ष्मजीवों की आपस में बातचीत की एक रोचक कहानी है। इस लेख के माध्यम से समझते हैं अपने अन्दर की माइक्रोबियल दुनिया को और शोधकर्ताओं की सूक्ष्मजीवों और मनुष्यों की इस आपसी गुफ्तगू को सुलझाने की पहल को। पढ़िए इस श्रृंखला के चौथे भाग को।Read article... - Monkey Trail of Religion and Science by Sushil Joshi [Hindi, PDF, 644 kB]
धर्म और विज्ञान का बन्दर मुकदमा - सुशील जोशी - सुप्रसिद्ध स्कोप्स ट्रायल अमेरिका के एक छोटे-से कस्बे डेटन, टेनेसी प्रान्त में घटित हुआ। मामला सिर्फ इतना था कि हाई-स्कूल शिक्षक जॉन स्कोप्स नेे अपनी कक्षा में चार्ल्स डार्विन के जैव-विकास के सिद्धान्त को पढ़ाया जो कि टेनेसी प्रान्त के कानून के खिलाफ था। मार्च 1925 में टेनेसी विधायिका ने किसी भी ऐसे सिद्धान्त को गैरकानूनी घोषित करने की घोषणा की थी जो कि मनुष्य की दिव्य रचना को बाइबिल के अनुरूप नहीं मानता। सबका ध्यान मुकदमे की कार्यवाही और घटनाओं की नाटकीयता पर केन्द्रित था। विलियम ब्रायन ने बचाव पक्ष का नेतृत्व किया। न्यायाधीश ने सिद्धान्त की वैधता पर कानून की संवैधानिकता को ज़्यादा तवज्जो देते हुए फैसला सुनाया जिसमें स्कोप्स को दोषी ठहराया गया और उसपर 100 रुपए का जुर्माना लगाया गया। अपील पर राज्य सुप्रीम कोर्ट ने 1925 के कानून की संवैधानिकता को बरकरार रखा लेकिन स्कोप्स को तकनीकी रूप से दोषमुक्त कर दिया। आखिरकार 40 साल बाद एक और मुकदमे की वजह से 1968 में यह कानून निरस्त हुआ। इस किस्से के बारे में पढ़ते हैं विस्तार से इस लेख में।Read article... - Ground of Knowledge and Ground Knowledge – Part 1 by Harjinder Singh [Hindi, PDF, 185 kB]
ज्ञान की ज़मीन और ज़मीनी ज्ञान: भाग-1 - हरजिन्दर सिंह - हमें ज्ञान कहाँ से और कैसे प्राप्त होता है? जितना भी हमें पता है और जिसे हम सच मानते हैं, वह किस हद तक सच्चाईयुक्त है? वैसे तो जितना भी कुछ प्रत्यक्ष दिखता है और जो दिख रहा है, वह सच ही होगा, ऐसा मान लेना स्वाभाविक माना जाता है। पर क्या कुछ दिखने में छूट गया और उस बारे में हमारा निर्णय क्या और कैसे बदलेगा, इसकी कल्पना सहज नहीं होती, पर गहराई-से सोचने पर शंकाएँ ज़रूर पैदा करती हैं। आइए, ज्ञान या सत्य-ज्ञान के बारे में कुछ बुनियादी बातों को पढ़ें और विचार करें इस लेख के साथ। इस चर्चा को विस्तारपूर्वक पढ़ें कि असल में मानव विज्ञान और मानविकी का महत्व क्या है और सामान्य ज्ञान की बुनियाद क्या है। ऐसे कई और मुद्दों को समझते हैं लेख के पहले भाग में।Read article... - Providing a Book Do Not Ensure Reading by Kalu Ram Sharma [Hindi, PDF, 390 kB]
किताब उपलब्ध करा देने से... - कालू राम शर्मा - बच्चों को बाल साहित्य उपलब्ध करवा भर देने से बच्चे पढ़ना नहीं सीखते। पढ़ना क्या है, पढ़ने की प्रक्रिया क्या होती है, बच्चों की उम्र को खयाल में रखते हुए किस तरह के बाल साहित्य का चुनाव करना चाहिए इत्यादि, इन सभी मुद्दों पर शिक्षकों के साथ काम की पहल में, शुरुआत की अड़ियल गाय नामक किताब से जिसे बच्चों ने सामूहिक तौर पर पढ़ा और बातचात की। पढ़ते हैं इस चर्चा से उपजी गतिविधियों की एक झलक को।Read article... - Experiences Make Concepts by Parul Batra [Hindi, PDF, 150 kB]
अनुभवों के खोये से बनती हैं... - पारुल बत्रा - जो भी आसपास दिखता है या महसूस होता है, हर चीज़ एक अवधारणा होती है, चाहे वह कोई वस्तु हो, विचार या फिर प्रक्रिया। ये सब अवधारणाएँ बच्चे कैसे सीखते हैं और असल में ये बनती कैसे हैं, लेखिका ने अपने पाँच साल के बेटे के माध्यम से समझने की कोशिश की है। पढ़ें उनके अवलोकन और अनुभव, इस दिशा में कि कैसे एक बच्चा अपने लिए कुछ नए स्कीमा बनाने की जद्दोजहद करता है।Read article... - Indian Languages and Constitution – Part 4 by Ramakant Agnihotri. [Hindi, PDF, 168 kB]
भारतीय भाषाएँ व संविधान: भाग-4 - रमाकान्त अग्निहोत्री - भारतीय संविधान दुनिया के सबसे लम्बे दस्तावेज़ों में से एक है और भारत में सबसे महत्वपूर्ण है। हिन्दी भारत की राजभाषा है, राष्ट्रभाषा नहीं। पिछले भागों में हमने पढ़ा कि जब हिन्दी व अँग्रेज़ी का फैसला हो गया था तो फिर आठवीं सूची बनाने की क्या आवश्यकता थी, इसके अलावा दो मुद्दे अभी भी बरकरार थे, एक भाषा का और दूसरा संसद का सदस्य होने के लिए आवश्यक योग्यता का। इस चर्चा को इस श्रृंखला के चौथे और आखरी भाग में पढ़ते हैं।Read article... - Dear Life – Part 1 by Alice Munro. Translated by Geet Chaturvedi [Hindi, PDF, 460 kB]
डियर लाइफ: भाग-1 - एलिस मुनरो - एक रोचक आत्मकथा। क्या यह आत्मकथा इस विचार को भी समर्थन देती है कि अतीत में हुई त्रुटियों, क्रूरताओं आदि को सुधारते हुए कैसे अपने अतीत की समझ, कल्पना और सहानुभूति को बढ़ाएँ? पढ़ते हैं इस आत्मकथा के पहले भाग में।Read article... - Why Do We Feel Tickle? From Sawaliram by Kokil Chaudhary. Translated by Sushil Joshi. [Hindi, PDF, 130 kB]
हमें गुदगुदी क्यों होती है? - सवालीराम - गुदगुदी हमारी एक कुदरती प्रतिक्रिया है। लेकिन सवाल तो यह है कि हमें गुदगुदी होती ही क्यों है और होती है तो हँसाती क्यों है। कई वैज्ञानिकों ने इस सवाल की पड़ताल की है और उनके शोधकार्यों ने कई सुराग दिए हैं लेकिन काफी सारी बातें आज भी अनजानी हैं। आइए, इस बारे में विस्तारपूर्वक पढ़ते हैं सवालीराम के जवाब में।Read article...