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फूल और तितलियाँ - मुकेश मालवीय
पढ़िए फूल और तितलियों से जुड़ी दो छुटकी कविताएँ।
भैंस की सवारी - आस्था चौधरी
चित्र: वन्दना सिंह
“अगर पढ़ोगे नहीं तो भैंस चराओगे” जैसे जुमले बच्चों को अक्सर सुनने को मिलते हैं। चौथी क्लास में पढ़ाई में मन ना लगने पर आस्था को भी अक्सर ऐसी बातें सुनने को मिलती थीं। इन बातों के चलते वे भैंसों की दुनिया के बारे में सोचने लगीं और भैंस की सवारी करने का सपना देखने लगीं। क्या उनका यह सपना पूरा हो पाया, जानने के लिए पढ़िए...
गणित है मज़ेदार - पाइथागोरस त्रिक - आलोक कान्हेरे
चित्र: मधुश्री
अनुवाद: कविता तिवारी
इन पन्नों में हम ऐसी चीज़ें देने की कोशिश करते हैं जिन्हें हल करने में आपको मज़ा आए। ये पन्ने खास उन लोगों के लिए हैं जिन्हें गणित से डर लगता है।
इस बार सायरा और मिहिर पाइथागोरस के नियम और पाइथागोरस त्रिक से जुड़ी कुछ रोचक बातें व गतिविधियाँ हमसे साझा कर रहे हैं।
गतिविधि-कोना — भूलभुलैया
दिए गए कई रास्तों में से सही रास्ते को चुनने की जद्दोजहद।
जब मैं गंगा से मिली... - लारन्या मिश्रा
चित्र: हरमनप्रीत सिंह
पढ़िए तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली लारन्या का गर्मियों की छुट्टियों में ऋषिकेश घूमने का अनुभव।
गतिविधि-कोना — अन्तर ढूँढो
एक जैसे दिखने वाले दो चित्रों में छिपे अन्तरों को खोजने की एक गतिविधि।
विस्थापन – सबा
2022 में भोपाल शहर की एक बस्ती के लोगों को विस्थापित होना पड़ा। विस्थापित हुए लोगों के अनुभवों को साझा करता यह लेख विस्थापन से जुड़े कुछ ज़रूरी सवाल भी हमारे सामने रखता है।
छोटी बहनें तौबा - शाना
चित्र: प्रशान्त सोनी
अनुवाद: लाल्टू
छोटी बहन की शैतानियों से परेशान एक बच्ची की कविता। कुछ पंक्तियाँ देखिए:
दरवाज़े के अन्दर आई
थैला फर्श पर पटका
थपथपाती ऊपर आई
“माँ मैं आ गई
माँ! मैं….”
अमन की कुछ बातें - समस्या का समाधान - अमन मदान
चित्र: कनक शशि
अनुवाद: पूनम शर्मा
अपने अच्छे से अच्छे दोस्त के साथ भी हम कभी न कभी किसी न किसी बात पर असहमत हो जाते हैं। ऐसा होने पर अक्सर या तो हम चुप्पी साध लेते हैं या फिर एक-दूसरे पर चिल्लाकर/डाँटकर बात खतम कर देते हैं। क्या कोई ऐसा तरीका अपनाया जा सकता है जिससे ऐसी समस्याओं से बेहतर ढंग से निपटा जा सके, जानने के लिए पढ़िए यह लेख।
भालू ने खेली फुटबॉल - हरदर्शन सहगल
चित्र: रंजित बालमुचु
घने कोहरे में भालू ने शेर के एक बच्चे को फुटबॉल समझकर ज़ोर-से लात मारी। आगे क्या हुआ... जानने के लिए पढ़िए यह कॉमिक।
लीनी की डायरी - शिवकुमार गांधी
चित्र: प्रशान्त सोनी
लीनी की यह डायरी आपको सपनों की दुनिया से लेकर, कोयल की बैठक और एलिस इन वंडरलैंड तक ना जाने कितनी ही अलग-अलग चीज़ों की सैर पर ले जाती है। इस डायरी को पढ़ने में कुछ वैसा ही आनन्द है जैसा किसी सफर में होता है।
गतिविधि-कोना — क्यों-क्यों
इस कॉलम में हर बार हम बच्चों से एक सवाल पूछते हैं जिसका जवाब उन्हें सही-गलत की परवाह किए बिना अपने मन से देना होता है। इस बार का सवाल था: यदि तुम समय में आगे-पीछे जा सकते, तो क्या बदलते और क्यों?
कई बच्चों ने अपने दिलचस्प जवाब हमें भेजे। इनमें से कुछ आपको यहाँ पढ़ने को मिलेंगे। साथ ही बच्चों के कुछ चित्र भी देखने को मिलेंगे।
गतिविधि-कोना — माथापच्ची
कुछ मज़ेदार सवाल और पहेलियों से भरे दिमागी कसरत के पन्ने ।
गतिविधि-कोना — चित्रपहेली
चित्रों में दिए इशारों को समझकर पहेली को बूझना।
बच्चों की रचनाओं का कोना — मेरा पन्ना
लेख व कहानी: सफर रणथम्बौर का – सोनिया देशपाण्डे, पहाड़ को पत्र – सोनिया वर्मा, तेंदू खाना – बसन्ती कुरामी, चॉकलेट – सरिता माड़वी, गर्मी की छुट्टियाँ – दिलीप कुमार साहू
चित्र: चन्दा कुंवर, शम्भू, कनिष्का माली, कुमकुम, मानवी मुले, अज़ीन असलम अंसारी
तुम भी जानो
इस बार जानिए:
डायनासौर की आवाज़
सर्दियों में ज़्यादा ज़ुखाम क्यों?
हिमपर्वत के पिघलने की आवाज़