-
Srote - May 2021
- टीके की प्रभाविता का क्या मतलब है?
- कोविड के बढ़ते मामले और टीकाकरण
- क्या फ्रोज़न वन्य जीवों से कोविड फैल सकता है?
- टीबी ने हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे बदला
- फूलों का रूप धारण कर लेती है फफूंद
- ग्वारपाठा के जीनोम का खुलासा
- सज़ायाफ्ता की रिहाई के लिए वैज्ञानिकों की गुहार
- क्षुद्रग्रहों की रिकॉर्ड संख्या
- पृथ्वी के भीतर मिले चंद्रमा निर्माण के अवशेष
- अतीत में पृथ्वी एक जलीय ग्रह था
- गर्मी में गर्म पेय ठंडक पहुंचा सकते हैं!
- पुरातात्विक अध्ययनों में नए जेंडर नज़रिए की ज़रूरत
- मध्यकालीन प्रसव-पट्टे के उपयोग के प्रमाण
- प्लास्टिक का कचरा और नई प्लास्टिक अर्थव्यवस्था
- पर्यावरण अनुकूल प्लास्टिक बनाने का प्रयास
- पीपीई किट से जन्मी नई समस्या
- आर्सेनिक विषाक्तता को कम करने के उपाय
- सटीक और भरोसेमंद खबर के लिए इनाम तो बनता है
- हाथी दांत से अफ्रीकी हाथी के वंशजों की कहानी
- भारतीय बाघों में अंत:जनन के खतरे
- गुबरैला बताएगा स्थानीय निवासियों की पहचान
- साथ-साथ रहते हुए भी पक्षी दो प्रजातियों में बंटे
Srote - May 2021
- टीके की प्रभाविता का क्या मतलब है?
- कोविड के बढ़ते मामले और टीकाकरण
- क्या फ्रोज़न वन्य जीवों से कोविड फैल सकता है?
- टीबी ने हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे बदला
- फूलों का रूप धारण कर लेती है फफूंद डॉ. किशोर पंवार एवं डॉ. भोलेश्वर दुबे
- ग्वारपाठा के जीनोम का खुलासा
- सज़ायाफ्ता की रिहाई के लिए वैज्ञानिकों की गुहार
- क्षुद्रग्रह की रिकॉर्ड संख्या
- पृथ्वी के भीतर मिले चंद्रमा निर्माण के अवशेष
- अतीत में पृथ्वी एक जलीय ग्रह था
- गर्मी में गर्म पेय ठंडक पहुंचा सकते हैं!
- पुरातात्विक अध्ययनों में नए जेंडर नज़रिए की ज़रुरत
- मध्यकालीन प्रसव-पट्टे के उपयोग के प्रमाण
- प्लास्टिक का कचरा और नही प्लास्टिक अर्थव्यवस्था सोमेश केलकर
- पर्यावरण अनुकूल प्लास्टिक बनाने का प्रयास
- पीपीई किट से जन्मी नई समस्या सुदर्शन सोलंकी
- आर्सेनिक विषाक्तता को कम करने के उपाय
- सटीक और भरोसेमंद खबर के लिए इनाम तो बनता है
- हाथी दांत से अफ्रीकी हाथी के वंशजों की कहानी डॉ. विपुल कीर्ति शर्मा
- भारतीय बाघों में अंत: जनन के खतरे
- गुबरैला बताएगा स्थानीय निवासियों की पहचान
- साथ-साथ रहते हुए पक्षी दो प्रजातियों में बंटे