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Srote - January 2021
- कोविड-19 का अंत कैसे होगा?
- विश्व एक साथ कई महामारियों से जूझ रहा है
- कोविड-19 और गंध संवेदना का ह्रास
- कोविड-19: क्लस्टर-बस्टिंग तकनीक की सीमा
- स्कूल खोलें या न खोलें
- आपातकालीन टीका: वैज्ञानिकों की दुविधा
- कोरोनावायरस के चलते मिंक के कत्ले आम की तैयारी
- पराली जलाने की समस्या का कारगर समाधान
- तंबाकू उद्योग की राह पर वैपिंग उद्योग
- असाधारण कैंसर रोगियों से कैंसर उपचार में सुधार
- शोध में लिंग और जेंडर को शामिल करने का संघर्ष
- क्यों कुछ सब्ज़ियां गले में खुजली पैदा करती हैं?
- नासा का मिशन मंगल
- आनुवंशिक विरासत को बदल देता है एपिजेनेटिक्स
- हरित पटाखे, पर्यावरण और स्वास्थ्य
- सर्पदंश के मृतकों के स्मारक
- क्या व्हेल नौकाओं पर हमला करती हैं?
- घुड़सवारी ने बनाया बहुजातीय साम्राज्य
- घुड़दौड़ जीतने का गणित
- एक बच्चा-चोर जंतु: नैकेड मोल रैट
- नरों को युद्ध करने पर मज़बूर करती मादाएं
- पतंगों का ध्वनि-शोषक लबादा
- बिल्लियों की धारियां कैसे बनती हैं?
- हाथी शरीर का 10 प्रतिशत तक पानी गंवा सकते हैं
- छिपकलियां भी परागण करती हैं!
Srote - January 2021
- कोविड-19 का अंत कैसे होगा ?
- विश्व एक साथ कई महामारियों से जूझ रहा है
- कोविड और गंध संवेदना का ह्रास
- कोविड-19: क्लस्टर-बस्टिंग तकनीक की सीमा
- स्कूल खोलें या न खोलें डॉ. सुशील जोशी
- आपातकालीन टीका: वैज्ञानिकों की दुविधा
- कोरोनावायरस के चलते मिंक के कत्ले आम की तैयारी
- पराली जलाने की समस्या का कारागार समाधान डॉ. डी . बालसुब्रामण्यन
- तंबाकू उद्योग की राह पर वैपिंग उद्योग
- असाधारण कैंसर रोगियों से कैंसर उपचार में सुधार
- शोध में लिंग और जेंडर शामिल करने का संघर्ष
- नासा का मिशन मंगल प्रदीप
- क्यों कुछ सब्जियां गले में खुजली पैदा करती हैं? जितेश शेल्के एवं कालू राम शर्मा
- आनुवंशिक विरासत को बदल देता है एपिजेनेटिक्स डॉ. डी. बालसुब्रामण्यन
- हरित पटाखे, पर्यावरण और स्वास्थ्य सुदर्शन सोलंकी
- सर्पदंश के मृतकों के स्मारक कालू राम शर्मा
- क्या व्हेल नौकाओं पर हमला करती हैं?
- घुड़सवारी ने बनाया बहुजातीय साम्राज्य
- घुड़दौड़ जीतने का गणित
- एक बच्चा-चोर जंतु: नैकेड मोल रैट डॉ. विपुल कीर्ति शर्मा
- नारों को युद्ध करने पर मजबूर करती मादाएं डॉ. विपुल कीर्ति शर्मा
- पतंगों का ध्वनि-शोषक लबादा
- बिल्लियों की धारियां कैसे बनती हैं?
- हाथी शरीर का 10 प्रतिशत तक पानी गंवा सकते हैं
- छिपकलियां भी परागण करती हैं!