Sandarbh - Issue 81 (May-June 2012)
- Bacteria: Some New Facts by Arvind Gupte [Hindi PDF, 208 kB]
बैक्टीरिया: कुछ नए तथ्य - बैक्टीरिया याने जीवाणु, बहुत ही शूक्ष्म एक कोशिकीय जीव। बैक्टीरिया का नाम आते ही हमारे दिमाग में टीबी, हैजा जैसी बीमारियों के नाम अपने आप आ जाते हैं। वैसे तो सभी बैक्टीरिया हानिकारक नहीं होते। हाल के वर्षों में बैक्टीरिया के बारे में नई-नई जानकारियाँ पता चली हैं। इनसे हमारे दिमाग में बैठी बैक्टीरिया की छवि कुछ बदल गई है।Read article... - Some Teaching Experiences by Asha Iyer [Hindi PDF, 151 kB]
पढ़ाने के कुछ अनुभव - लेखिका के कुछ ऐसी बच्चियों को पढ़ाने के अनुभव हैं जो थीं तो कक्षा पाँच के स्तर की पर पढ़ने-लिखने में उम्र से काफी पिछड़ गईं थी। स्वैछिक सेवानिवृत्ति ले चुकी शिक्षिका का काम इस बार काफी कठिन था। अपने शिक्षण में उन्होंने इस बार वो परम्परागत शिक्षण शैली नहीं अपनाई बल्कि ज़रूरत के हिसाब से कार्य योजनाएँ बनाईं और बच्चियों के पूर्व ज्ञान का भी इस्तेमाल किया। इस लेख में रूबरू होंगे उनके अनुभव से।Read article... - How Is Glue Made And How Does It Work? Sawaliram[Hindi PDF, 185 kB]
सवालीराम - गोंद कैसे बनती है और यह काम कैसे करती है? - गोंद एक ऐसा पदार्थ जो हमारे जीवन से अभिन्न रूप से जुड़ा है। गोंद का इस्तेमाल हम अपने रोज़मर्रा के जीवन में न जाने कितनी ही वस्तुओं को चिपकाने में करते हैं। आपके मन में भी यह सवाल आता ही होगा कि आखिर गोंद बनती कैसे है और काम कैसे करती है? तो आइए इसकी पड़ताल करते हैं।Read article... - Why Don't Penguins' Feet Freeze? from New Scientist Translated by Parul Soni
[Hindi PDF, 158 kB][English PDF, 1.5 MB]
पेंग्विन के पाँव क्यों नहीं ठण्डाते?पेंग्विन बेहद ठण्डे माहौल में बर्फ के बीच ही रहती हैं और ठण्ड के दिनों में अंटार्कटिका में रहते हुए पेंग्विन के पैर लगातार बर्फ के सम्पर्क में रहते हैं। और ऐसे में यह सवाल लाज़मी है कि पेंग्विन के पाँव क्यों नहीं ठण्डाते।इस सवाल के विविध जवाब लोगों नें भेजे जब ‘न्यू साइंटिस्ट’ पत्रिका ने अपने पाठकों से यह सवाल किया। यहाँ हम कुछ चुने हुए जवाब आपके साथ साझा कर रहे हैं जो आपकी जिज्ञासा को शान्त करेंगे।Read article... - Maps And Their Ghosts by Yemuna Sunny Translated by Bharat Tripathi
[Hindi PDF, 254 kB][English PDF, 189 kB]
मानचित्र और उनकी प्रतात्माएँ - शालेय शिक्षण में मानचित्रों को सीमित कर कुछ निश्चित संकेतों, रंगों आदि के द्वारा एक स्थाई सत्य मान लिया जाता है। हमारी स्कूली शिक्षा बच्चों को मानचित्रों की तार्किक समझ प्रदान करने की कोशिश नहीं करती। इस लेख में इस तथ्य को समझने की कोशिश की गई है कि किस प्रकार शिक्षा में ज्ञान के सामाजिक सन्दर्भों को अलग-थलग या अनदेखा कर दिया जाता है।Read article... - Childhood Concepts And Children's Literature - Part 2 by Krishna Kumar Transcribed by Dhuleshwar Rawat
[Hindi PDF, 352 kB]
बचपन की अवधारणा और बाल साहित्य - एकलव्य द्वारा प्रकाशित बाल साहित्य पत्रिका चकमक के 300 वें अंक के विमोचन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान बाल साहित्य की भूमिका विषय पर कृष्ण कुमार द्वारा दिए गए वक्तव्य का दूसरा हिस्सा। इस हिस्से में वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में बाल साहित्य की भूमिका और बचपन और बाल साहित्य पर दुनिया के अन्य देशों में चल रहे विमर्ष की चर्चा की है। Read article... - Something About Myself And My Research - Part 2 An interview with Professor Mohan Ram by Sujata Varadarajan Translated by Manohar Notani [Hindi PDF, 387 kB][English PDF, 7.7 MB]
कुछ अपनी और शोध की बातें - प्रोफेसर एच. वाय. मोहन राम से सुजाता वरदराजन की बातचीत का यह दूसरा और अन्तिम भाग है। पिछले अंक में प्रोफेसर मोहन राम ने अपने शैक्षणिक सफर के साथ-साथ शोधकार्य की ओर किस तरह प्रवृत्त हुए इसके बारे में बताया था। इस बार उनके विविध शोधकार्यों के बारे में पढ़िए। Read article... - What is Death? by Neela Apte Translated from Marathi by Madhav Kelkar
[Hindi PDF, 143 kB][English PDF, 143kB]
मौत क्या होती है? - मौत क्या होती है? मरने के क्या मायने हैं? मरने के बाद क्या होता है मतलब मरने के बाद लोग कहाँ जाते हैं? क्या सभी को मरना होगा? ऐसे या इससे मिलते-जुलते सवाल सभी के मन में होते हैं, बच्चों के भी। बड़ा मुश्किल होता है बच्चों के ऐसे सवालों से पार पाना। क्या ऐसे मुद्दों पर बच्चों से खुलकर विमर्ष करना चाहिए या फिर टाल देना चाहिए? इस विषय पर लेखिका ने अपने बच्चे के साथ किस तरह चर्चा को आगे बढ़ाया पढ़िए लेख में। Read article... - Takseem by Gulzar[Hindi PDF, 148 kB]
तकसीम - भारत-पाकिस्तान बटवारे के दौरन दोनो ही तरफ के लोगों का नुकसान हुआ। लाखों लोग इधर से उधर हुए। इस बीच ना जाने कितने ही लोग अपनों से बिछड़ गए। इस कहानी में लेखक अपने जीवन का वाकया बयाँ कर रहे हैं जब लम्बे समय तक उन्हें एक सज्जन तकसीम में बिछड़ा भाई बताते रहे।Read article... - A Many Legged Animal - The Centipede by Kalu Ram Sharma [Hindi PDF, 112 kB]
ढेर सारी टाँगों वाला जीव:कनखजूरा - भारत का जाना-पहचाना प्राणी है कनखजूरा। यह आर्थोपोड समूह का सदस्य है। इस समूह के जीवों में हड्डियाँ नहीं होतीं मगर शरीर के ऊपर कड़ा आवरण होता है। कनखजूरे के बारे में अक्सर यह कहा जाता है कि ये कान के रास्ते से दिमाग में घुस जाते हैं। क्या यह सच है? आइए जानें इस जीव के बारे में बहुत कुछ।Read article...